मनुष्य को निरोगी बनाने के लिए एक ओर जहां तमाम शोधों, अनुसंधानों द्वारा चिकित्सक नई और कारगर दवाएं पेश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दवाओं पर आदमी की निर्भरता बढ़ती जा रही है। ऐसे में चिकित्सकों का भी मानना है कि दवाएं जितनी कम ली जाए, बेहतर है। इसीलिए कई बार बड़े-बूढ़े की सलाह और उनके नुस्खे बिना किसी साइड इफेक्ट के कारगर तरीके से लाभ पहुंचाते हैं। प्रस्तुत हैं घरेलू उपचार के कुछ ऐसे ही नुस्खे, निसे बिना डॉक्टर के पास जाए, कारगर लाभ मिल सकता है।
* पालक व बैंगन को मिलाकर बनाया गया सूप कब्ज दूर कर पाचन शक्ति बढ़ाता है।
* पाचन शक्ति के लिए पुदीने की चटनी का नियमित सेवन करने से लाभ मिलता है और मुंह का स्वाद भी अच्छा रहता है।
* आंखो के नीचे धब्बे या कालापन मिटाने के लिए ककड़ी का रस निकालकर 5-10 मिनट तक आंखों पर रखकर धो लेने से कालापन दूर होता है। इसका प्रयोग प्रतिदिन करना चाहिए।
* एक कप दही में एक नींबू निचोड़कर इसी मिश्रण को बालों तथा त्वचा पर लगाने से बाल, मजबूत, घने और काले होते हैं। साथ ही साथ त्वचा भी कांतिमय होती है।
* दालचीनी सूंघकर मितली रोकी जा सकती है।
* पुराने कब्ज से छुटकारा पाने के लिए टमाटर का झोर अथवा उसका अन्य उपयोग लाभदायक है।
* शरीर के किसी भाग में सूजन होने या फोड़ा निकलने पर वहां बैंगन की पुल्टिस बांधने पर लाभ मिलता है।
पर लाभ मिलता है। * सर्दी जुकाम के लिए भी नींबू उपयोगी है। नींबू गर्म करने के बाद काट लें। गर्म नींबू में ही अदरक का रस निचोड़कर सेवन करने पर लाभ होगा।
* जी मिचलाने या चक्कर आने पर पुदीना सूंघना चाहिए, आराम मिलेगा।
* पेट की शिकायतों के लिए अजवायन काम की चीज है। अजवायन में नीबू का रस निचोड़कर उसमें काला नमक मिलाकर सुखा लें और फिर उसका नियमित सेवन करें, लाभ मिलेगा।
* मुंह के छालों के लिए चार-पांच इलायची पीसकर शहद के साथ छालों पर लगाने से छाले ठीक हो जाएंगे और आराम मिलेगा।