बथुआ गुणों से भरपूर है

आपने बथुए का साग तो खूब चटखारे लेकर खाया होगा मगर क्या इसके अन्य गुणों के बारे में जानते हैं ? बथुआ आंवले की अपेक्षा अधिक गुणकारी होता है। इसमें अनेक विटामिन और खजिन तत्व पाये जाते हैं। इसमें लौह तत्व, फास्फोरस तथा विटामिन ए व डी रहत है इतना ही नहीं, यह अनेक बीमारियों, गठिया, लकवा, कब्ज, गैस आदि में भी लाभदायक होता है। यह न केवल सस्ता है बल्कि खून की कमी को भी पूरा करता है। इसलिए तो बथुए को गुणों का खजाना कहा जाता है।


रोग नष्ट कराने में सहायक - भूख की कमी भोजन देर से पचना, खट्टी डकार आदि में बथुए का साग लेने से सभी रोग नष्ट हो जाते हैं। खूनी बबासीर में फायदेमंद - बथुए का साग दोनों समय सेवन करने से खूनी बबासीर का रक्त बन्द तो होता ही है। बबासीर के मस्से भी सुख जाते हैं।


कीड़ों को नष्ट करता है - बच्चों के पेट में अक्सर महीन कीड़े पड़ जाते हैं। अतः बच्चों को बथुआ सेवन कराने से कीड़े मर जाते हैं। त्वचा के जल जाने पर - यदि आग से त्वचा जल जायें तो बथुए का रस लगाना चाहिए।