हमारे अटलजी! अजर हैं! अमर हैं !
भारत की गरिमा के, जीवन समर हैं।।
अनुरागमय देश भक्ति की प्रतिमा,
सदा त्यागमय श्रेष्ठ शक्ति की महिमा,
पावन हैं पुलकित हैं, गुंजित भ्रमर हैं।
हमारे अटल जी, अजर हैं अमर हैं।।
अभय हैं अलंकृत, शुभाशा भरे हैं,
स्वयं जागते श्रेष्ठ, सपने खरे हैं,
माँ भारती के भाल, ढुलते चँवर हैं।
हमारे अटल जी, अजर हैं अमर हैं।।
नहीं आज भी इनमें, कोई निराशा,
हिन्दी की हिन्दू की, उन्नत हैं आशा,
अटल भावना लेकर, कसते कमर हैं।
हमारे अटल जी, अजर हैं अमर हैं।।
सेनापति देश की भावना के,
सुरक्षक सदा राष्ट्र की कामना के,
महामान्य मानव का, जीवन सफर हैं।
हमारे अटल जी, अजर हैं अमर हैं।।