हँसने से ऊजा मिलती है मस्तिष्क तरोताजा बनता है

आदिकाल से विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठित रहे भारत को पुनः विश्व गुरु के रूप में महिमा मण्डित करने के उद्देश्य से रेडक्रास सोसायटी के सचिव समाज सेवी महेश खण्डेलवाल ने प्रसन्न भारत निर्माण की परियोजना को साकार करने का आह्वान किया है।


श्री खण्डेलवाल ज्ञानदीप शिक्षा भारती सभागार में छात्र- छात्राओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि हँसने से पावन शक्ति सुधरती है, लम्बा हंसने से प्राणायाम हो जाता है जिससे मन को प्रसन्नता मिलती है, फेंफड़े है आक्सीजन ग्रहण करते है, मस्तिष्क तरोताजा होकर ऊर्जावान बनता है। पूरे शरीर का रक्त शुद्ध होता है, स्नायु तंत्र मजबूत होता है, शारीरिक तथा मानसिक आरोग्य की प्राप्ति होती है।


उन्होंने अपने रचनात्मक .. अनुष्ठान को एक खेल के रूप में खेलते हुए जीवन में उतारने के लिए आठ उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रत्येक कार्य को मुस्कुराहट के साथ करने, कार्य समाप्त के पश्चात उसकी सफलता पर हर्षित होने, किसी व्यक्ति को मुस्कुराने के लिए प्रेरित करने और यह संदेश देश के प्रत्येक तरोताजा नागरिक तक पहुँचाने का अनुरोध किया।


उन्होंने आगे कहा कि सब हंसेगे तो निरोगी भारत, मुस्कुराता भारत, हंसता-खिलखिलाता भारत, आनन्दित भारत, ऊर्जावान भारत, स्वस्थ भारत, स्वच्छ भारत, समर्थ भारत, समृद्ध भारत तथा स्वर्णिम भारत का निर्माण होगा और भारत पुनः विश्व गुरु की प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा। अन्त में कहा कि गुरु मंत्र यही है कि जीवन हँसते-मुस्कुराते जियें, हम प्रसन्न रहें और दूसरे भी प्रसन्न रहें।


इस अवसर पर सुप्रसिद्ध कवयित्री पूनम वर्मा ने राष्ट्रभक्ति पर की रचना- 'सबके उछाह को बढ़ा रही लहर-लहर कर रागिनी तरंग की' सुना कर विद्यार्थियों में स्फूर्ति का संचार किया।