* नियमित व्यायाम से शरीर की क्षमता बढ़ती है। शरीर में हानिकारक तत्वों की मात्रा घटती है। नियमित योग एवं व्यायाम, कम वायुक्त भोजन तथा नियमित दिनचर्या से अनेक रोग स्वतः समाप्त हो जाते हैं।
* तम्बाकू, शराब, चरस, अफीम, गांजा आदि जहर से भी खतरनाक है। नशीले पदार्थों के सेवन से धन और स्वास्थ्य दोनों से हाथ धोना पड़ता है।
*सुबह उठते ही यह प्रतिज्ञा करनी चाहिये कि आज दिन भर न तो किसी की निन्दा करूंगा और न ही क्रोध करके किसी को भला-बुरा कहूंगा।
* भोजन के प्रारम्भ में और अन्त में अधिक मात्रा में जल न पियें। बीच में दो-तीन चूंट पानी पी लेना चाहिये।
* रात्रि का भोजन सोने से तीन घण्टे पहले करना चाहिये। भोजन के एक घण्टा बाद फल या दूध लें।
* भोजन में मौसमी फलों का उपयोग अवश्य करें।
* सप्ताह में नींबू-पानी पीकर एक दिन का उपवास करें। इससे पाचनशक्ति सशक्त होगी और स्वास्थ्य ठीक रहेगा । उपवास न कर सकें तो फल खाकर या फल का रस पीकर उपवास रखें ।
* मैदा की बनी हुई और तली हुई चीजों से परहेज करना चाहिये।
* नित्य मुख धोने के समय ताजे ठण्डे पानी से आंखों में छीटें लगायें। इससे आंखे स्वस्थ रहती हैं।
* प्रतिदिन नियमित रूप से व्यायाम करें। तैरने से अच्छा व्यायाम हो जाता है। सप्ताह में कम से कम एक बार पूरे शरीर की मालिश करें ।
* तेज रोशनी से आंखों को नुकसान पहुंचाता है।