गाजर हमारे शरीर के लिये बहुत फायदेमंद है। यह हमारे स्वास्थ्य को ठीक बनाती है तथा कई रोगों को हरती भी है। सर्दियों में इसके नियमित सेवन से मन प्रसन्न रहता है। सौ ग्राम गाजर में 1.5 मिग्रा लौह और 80-मिग्रा कैल्शियम होता है। इसीलिए इसके रस के नित्य सेवन करने से पीलिया रोग ठीक हो जाता है। गाजर कई औषधीय गुणों का भंडार है। यह निर्बल काया को नव स्फूर्ति भी प्रदान करती है। देश-विदेश में इसके हजारों औषधीय प्रयोग हुए हैं जिनमें कई रोगों की रोकथाम में सफलता मिली है। आइए इसके औषधीय गुणों से आपका परिचय कराते हैं।
* 350 ग्राम गाजर के रस में पाँच बूंद लहसुन का रस मिलाकर दिन में पांच बार पीने से रक्तचाप वृद्धि में बहुत लाभ होता है।
* गाजर को प्याज के साथ चूसने से दांतों की पीड़ा और कीड़ा लगने से होने वाला दर्द भी दूर होता है।
* गाजर को भूनकर सेंधा नमक के साथ खाने से जुकाम दूर होता है।
*सूखी गाजर का पाउडर एक चम्मच फांकने से बहुत दिनों से रुका हुआ मासिक धर्म भी खुलता है।
* गाजर को दूध में उबालकर पीने से कब्ज रोग में आराम मिलता है।
*आँखों की ज्योति बढ़ाने के लिए प्रतिदिन 200 ग्राम गाजर 100 ग्राम पालक के साथ सेवन करें।
*एक्जिमा की शिकायत होने पर गाजर का रस मलने से एक्जिमा गायब हो जाता है।
*मुख के मुहांसे दूर करने के लिए गाजर की पत्तिायों को पीस कर मुहांसे पर मलें। ऐसा तीन हफ्ते तक नियमित करने से मुहांसे जड़ से गायब हो जाते हैं।
*गाजर के रस में लौह, क्षार एवं कल्मी शोरा मिलाकर पीने से पथरी रोग में फयदा होता है।
*गाजर का हलुवा खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
*गाजर के रस में नीम का गोंद मिलाकर पीने से गर्भस्राव की आशंका नहीं रहती।